लॉक डॉउन
24 मार्च 2020 को भरत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पूरे हिंदुस्तान में 21 दिन का लॉक डॉउन का ऐलान किया। 24 मार्च से 1.3 बिलियन जन संख्या के भराथिया लॉक डॉउन में है। लॉक डॉउन का मतलब कोई बी इंसान अपने घर ने बाहर नहीं निकलना चाहिए।।
लॉक डॉउन की मुख्य वजह बनी पूरी दुनिया को परेशान करने वाली ""कोरोना वायरस"" इस वायरस के वजे दुनिया में करीब 1,50,000 लोग की मृत्यु होगयी।
कॉरोना वायरस
कोरॉना वायरस चीन में शुरू हुआ।।2019 दिसंबर में चीन में इसकी चावी देखी गयी। पूरे दुनिया के लोग न्यू ईयर के उस्ताव के तायारिया में लगी रही है।उधर दूसरी तरफ चीन में न्यूमोनिया से लोग हॉस्पिटल में एडमिट हो रहे ते।।बहुत जल्द न्यूमोनिया से एडमिट होने वाली जन संख्या बड़ रही थी। जब इन मरीजों को टेस्ट के लिए भेजा गया थो।उनके अंदर एक नया वायरस की छवि देखा गया।
ये बिमया हवा से नहीं पहेलेगी। कारोना मरीज अगर छिकता है या खांसता है।थो उसके मुंह से निकले वाली लालाजल से वायरस दूसरे चीजो पर गिरकर जब उसे दूसरे इंसान उसे छूता है थो उसे वायरस पहुंचे गा।
लॉक डॉउन क्यूं ज़रूरी है
कॉरोना वायरस पूरी दुनिया में कुछ देश के सिवा पूरा पहुंच हुए है। दुनिया में कारोंना के दावा की खोज हो रही है
तब तक सारे मुल्क ने अपने अपने देशों में लॉक डॉउन का सिलसिला शुरू किया।
इंडिया में बी 24 मार्च 2020से लॉक डॉउन चल रहा है।
लॉक डॉउन बहुत ज़रूरी है।। लॉक डॉउन से हम इस जानलेवा वायरस को फैलने से रोक सकते है।
25 मार्च तक भरत में कारोंना के संख्या 700 के खरीब थी
अगर लॉक डॉउन नहीं करते थी 10 दिन के बाद इसकी संख्या 4000 के खरीब होती।
और दिन बा दिन बड़ था है जाता ता।
अगर लॉक डॉउन नहीं होता थो आज हम जो भरत को देख रहे है।।वैसा नहीं रहे ता ।।
लॉक डॉउन में सब से पहल स्कूल बंद की गई है।
यह बहुत अच्छा फैसला ता।ऐसा करने से बच्चों को कोरोना आने से रोक पाए है।
अगर लॉक डॉउन नहीं करते थी 10 दिन के बाद इसकी संख्या 4000 के खरीब होती।
और दिन बा दिन बड़ था है जाता ता।
अगर लॉक डॉउन नहीं होता थो आज हम जो भरत को देख रहे है।।वैसा नहीं रहे ता ।।
लॉक डॉउन में सब से पहल स्कूल बंद की गई है।
यह बहुत अच्छा फैसला ता।ऐसा करने से बच्चों को कोरोना आने से रोक पाए है।
लॉक डॉउन के कारण सब के अंदर जागृत अगई।इस से सरकार को कोरोंना से लड़ने के लिए सहायता मिल गई
इस लॉक डॉउन से नुकसान बी हो रहा है।।पूरी दुनिया की इकॉनामिक गिर गई है
दूसरा नुक़सन प्रवासी भारतीयों का हो रहा है
उन लोग अपने जाती शहर या गाव जाने के लिए बहुत परेशानी हुई।।
हमारी जिममेदारी है कि हम लॉक डॉउन को पूरी सम्मति दे।और कॉरना से जीते।।