Monday, July 6, 2020

कॉलेज वोह दो दिन।।

आज मेरा कॉलेज का पहला दिन है। आज से पहले मै कबी अकेले कहीं बी नहीं गई। पहेली बार आपने घर वालों से दूर हॉस्टल में रहेने के लिए अयी हूं।
बहुत अजीब दिख रहा ता ।लेकिन कॉलेज बी ज़रूरी ही है ।क्लास में सब अपने अपने कामों में बिजी ते।एक लड़की मुझे देख के हस रही थी।कॉलेज का पहले दिन है ना।इसलिए ज्यदा किसी से बी बात करने का मन नहीं ता।हॉस्टल जाके डिनर करने के बाद मम्मी से बात करके सो गई थी।
लाईबरी में बैठ के पड़ रही थी।एक लड़की मेरे पास आके बैठ गई और मुझसे बात करने लगी।पूजा ता उसका नाम बहुत अच्छी थी।मुझसे जैसे बात कर रही थी ।जैसे वह मुझसे बहुत पहले मिली है।हम दोनों इतने अच्छे दोस्त बन गए ते।की रोज क्लास के एक ही जगह बैठ ते ।और एक जगह बैठ के खाना खाते।
आज कॉलेज में फंक्शन था।आज मेरी दोस्त नहीं आयी।पता नहीं क्यूं । मै एक जगह खड़ी थी।मुझे लगा कुछ लोग मेरे पीछे है।मैंने पलट के देखा ता ।कुछ लड़के ते।मुझे ऐसा लगा उन लोग मेरे फोटोस लेे रहे है।उसमे से एक लड़का मेरे साथ अजीब बाते करने लगा। इतने में वहां कुछ लोग आए ।वह लड़के वहां से चले गए।
कॉलेज में सब चलता रहता है।।अगली बार ऐसा ही हुए बात प्रिंसिपल को बताऊंगी ये सोंच ली मैंने और वहां से चले गए।
मेरे एग्जाम्स के फीस बनने के लिए में कॉलेज के मैंने ऑफिस गई वहां एक बूढी औरत वहां के लोगों से कुछ जगड कर रही थी।मैंने  उस औरत को घर छोड़ ने के लिए गई । घर में कोई बी नहीं ते।उसने बताया उसकी एक पोती दो दिन से नहीं दिख रही है इसलिए कॉलेज में आके जगड़ कर रही है।
उस औरत के घर जाने बाद पता चला उसकी पोती कोई और नहीं पूजा है।
पूजा के दादी ने बताया फंक्शन वाले दिन पूजा घर से निकली थी।लेकिन फिर घर वापस नहीं लौटी।।लेकिन पूजा फंक्शन में बी नहीं अय इ ।मैंने पुलिस का सहारा लेके पूजा को दुड़ना शुरू करदी।मैंने सोचा बहुत सोचा पूजा मुझे एक लड़के बारे में बता रही थी ।कहीं उसके साथ थो नहीं चले गए।फिर मुझे सोच आने लगी।उसके घर में थो कोई नहीं है।उसके खिलाफ उसे ऐसा करने की जरूरत ही नहीं है।।
मुझे तबी एक फोन आया ।पूजा के नंबर से ता।मैंने जल्दी से फोन ली और बाथ करने लगी।लेकिन आवाज़ पूजा के नहीं थी।कोई और बात कर रहे ते।उसने मुझे अपने घर बुलाया।
मैं बिना कुछ सोंची समजी उसके घर चली गई।वहां पूजा बुरी हालत में थी।मैंने उसे पूछा क्या हुआ।वह जवाब नहीं दी। ताबी वहां। एक औरत आके बताने लगी।के दो दिन पहले पूजा का एक्सिडेंट होगया ता। ओ औरत गलती से उसकी गाड़ी से पूजा का एक्सिडेंट करदी ।उसके हॉस्पिटल लेके जाके उसका इलाज करवाया।आज ही हॉस्पिटल से आके मुझे फोन करी।मेरे आंखों में से अंशु आ रहे ते।पूजा का देखने की खुशी से उस औरत का शुक्रिया अदा करके में वहां से पूजा को लेके आयी। उसकी दादी बहुत खुश हुए।
मेरे कॉलेज के हॉलीडेज ते मै घर आ गई ।

Wednesday, May 6, 2020

लॉक डॉउन ( lock down) क्यूं ज़रूरी है।


लॉक डॉउन


  24 मार्च 2020 को भरत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी  ने पूरे हिंदुस्तान में 21 दिन का लॉक डॉउन का ऐलान किया। 24 मार्च से 1.3 बिलियन जन संख्या के भराथिया लॉक डॉउन में है। लॉक डॉउन का मतलब कोई बी इंसान अपने घर ने बाहर नहीं निकलना चाहिए।।
लॉक डॉउन की मुख्य वजह बनी पूरी दुनिया को परेशान करने वाली ""कोरोना वायरस"" इस वायरस के वजे दुनिया में करीब 1,50,000 लोग की मृत्यु होगयी।

कॉरोना वायरस

कोरॉना वायरस चीन में शुरू हुआ।।2019 दिसंबर में चीन में इसकी चावी देखी गयी। पूरे दुनिया के लोग न्यू ईयर के  उस्ताव के तायारिया में लगी रही है।उधर दूसरी तरफ चीन में न्यूमोनिया से लोग हॉस्पिटल में एडमिट हो रहे ते।।बहुत जल्द न्यूमोनिया से एडमिट होने वाली जन संख्या बड़ रही थी। जब इन मरीजों को टेस्ट के लिए भेजा गया थो।उनके अंदर एक नया वायरस की छवि देखा गया।
ये बिमया हवा से नहीं पहेलेगी। कारोना मरीज अगर छिकता है या खांसता है।थो उसके मुंह से निकले वाली लालाजल से वायरस दूसरे चीजो पर गिरकर जब उसे दूसरे इंसान उसे छूता है थो उसे वायरस पहुंचे गा।

लॉक डॉउन क्यूं ज़रूरी है


कॉरोना वायरस पूरी दुनिया में कुछ देश के सिवा पूरा पहुंच हुए है। दुनिया में कारोंना के दावा की खोज हो रही है

तब तक सारे मुल्क ने अपने अपने देशों में लॉक डॉउन का सिलसिला शुरू किया।

इंडिया में बी 24 मार्च 2020से लॉक डॉउन चल रहा है।

लॉक डॉउन बहुत ज़रूरी है।। लॉक डॉउन से हम इस जानलेवा वायरस को फैलने से रोक सकते है।
 25 मार्च तक भरत में कारोंना के संख्या 700 के खरीब थी
अगर लॉक डॉउन नहीं करते थी 10 दिन के बाद इसकी संख्या 4000 के खरीब होती।
और दिन बा दिन बड़ था है जाता ता।
अगर लॉक डॉउन नहीं होता थो आज हम जो भरत को देख रहे है।।वैसा नहीं रहे ता ।।
लॉक डॉउन में सब से पहल स्कूल बंद की गई है।

यह बहुत अच्छा फैसला ता।ऐसा करने से बच्चों को कोरोना आने से रोक पाए है।

लॉक डॉउन के कारण सब के अंदर  जागृत अगई।इस से सरकार को कोरोंना से लड़ने के लिए सहायता मिल गई

इस लॉक डॉउन से नुकसान बी हो रहा है।।पूरी दुनिया की इकॉनामिक गिर गई है

दूसरा नुक़सन प्रवासी भारतीयों का हो रहा है

उन लोग अपने जाती शहर या गाव जाने के लिए बहुत परेशानी हुई।।

हमारी जिममेदारी है कि हम लॉक डॉउन को पूरी सम्मति दे।और कॉरना से जीते।।


Wednesday, April 29, 2020

बाल श्रम (child labour)

             बाल श्रम (child labour)

बचपन ज़िन्दगी का एक ऐसा हिस्सा है जो कबी वापस नहीं आयेगा।बचपन में ना कोई परेशानी होती है।ना कोई गाम बच्चे अपनी ज़िन्दगी बिना कोई परेशानी के गुज़र लेते है।।उन्हे मालूम बी नहीं होता परेशानी नाम की कोई चीज है।।
मां के आंचल में पापा के साथ बचपन कैसा गुज़र ता है पता बी नहीं चलता
बचपन से जुड़ी यादे बहुत खास होती है।कबी भी याद करें दिल को बहुत सुकून मिलता है।कुछ समय के लिए हम अपनी अब ज़िन्दगी भूल जाकर बचपन में जीने लगते है।
 *ऐसे खास बचपन जो कुछ लोगों ने अपने लिए बच्चों का बचपन चीन लेते है।। बाल श्रम बी ऐसा ही है।

बाल श्रम :

बाल श्रम का मतलब यह है कि जिसमें कार्य करने वाले व्यक्ति कानून निर्धारित किए हुए आयु सीमा से चोटा होता है।।
अतीत में बाल श्रम का अनेक प्रकार उपयोग किया जाता ता।लेकिन वक़्त के साथ बदलाव में बाल श्रम को कानून अपराध माना गया।और कई सारी योजनाएं बाल श्रम को रोकने के लिए लड़ना शुरू किया।।
अभी समाज में कई देशों में बाल श्रम आम है। कुछ देशों मै बाल श्रम बहुत काम होगया ।।

भारत में कब बाल श्रम के खिलाफ नियम बनाया गया था

भारत में 1986 पहले बहुत सारे बच्चों  14 से कम उम्र के लड़का या लड़की बाल श्रम के शिकार हुए है।
भारतीय जनगनान नियम के अनुसार बाल श्रम (निषेध एवम् विनियमन) अधिनियम 1986 में बनाया गया है।
इसके अनुसार बाल श्रम कानून रूप से जूर्म है।।

बाल श्रमिक की मुख्य समस्या::


दुघर्टना का खतरा: 

  बाल श्रमिक लंबे समय तक एक जैसे ही काम करते रहे ते है।उन्हे बहुत काम समय मिलता है वोह मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते है।इसलिए वह दुर्घटना का शिकार हो जाते है।।

रसायन एवं भारी मशिनारी:: 

यह मिशिने बड़े लोग को काम करने के लिए है।।बच्चों के लिए नहीं।।यह रसायन बच्चों पर जल्दी असर करके उनके लिए हानिकारक बन सकती है

अधिक बाल मजदूर की संख्या

अगर क्रई (child right and you)   
के रिपोर्ट के हिसाब से उत्तर प्रदेश  में 2,50,672 बाल मजदूर है।इसके बाद बिहार में 1,28,087 और महाराष्ट्र में 82,847 बाल मजदूर है ।

बाल श्रम के दुष्परिणाम


बाल श्रम के दुष्परिणाम यह है कि इन बच्चों को पढ़ाई लिखाई से बहुत दूर होते है।।बच्चों से ही देश का विकास होता है।।अगर बच्चे पड़े लिखे नहीं रहेंगे तू देश का विकास सही नहीं होगा।।
* बाल श्रम बचपन का दुखनिए संगठन है।जो बी बचा बाल श्रम का शिकार बन जाता है।।वह अपनी ज़िन्दगी में अपनी मंजिल नहीं पता।।
*उसकी  पूरी ज़िन्दगी मजदूरी में ही जीने लागत है।उसे वहीं काम अच्छा लगता है।।दूसरी मंजिल के तरफ उसकी सोच बी नहीं जाती।।यह सब उसका बचपना का असर होता है।।

बाल श्रम की वजह

*गरीबी बाल श्रम की मुख्य वजह है। उनके मा बाप बच्चों को ना चाहते हुए काम करने के लिए भेजते है।
*अक्सर देखा गया की बाल मजदूर के मा बाप बी अपने बचपन बाल श्रम करने वाले ही ते।
*अनाथ बच्चों बहुत बाल श्रम के शिकार हुए है।
*ऐसे बच्चों को बहुत सारे लोग अपने घर लेके जाके उनसे घर का पूरा काम कर ते है। 
 बाल श्रम कानून अपराध है। हम हमारी तरफ से भी कोशिश चाहिए बाल श्रम को रोखने के लिए।
*बहुत सारी एनजीओ भी खोशिश कर रहे है।।
उम्मीद है बहुत जल्द बाल श्रम मिट जाएगा।।

बाल श्रम रोख्ने के लिए सरकार ने कई योजनाएं बनाई है।।हम भी हमरे और से कोशिश करते रहेंना होगा।।हम हमारे पास बाल मजदूरी करने वाले बच्चो देखे तो उनको उनकी सही अधिकार दिलाने की कोशिश करनी चाहिए

Monday, April 20, 2020

अपना समाज (our society)

समाज:


एक से अधिक लोग की समुदाय को समाज कहते है। सब लोग के विचार ,भाषा , सोच, कार्यकलाप सब मिल कर समाज बनता है।।हम हिन्दुस्तानी एक ऐसे समाज में जी रहे है।।जहां सब भाषा के लोग विभिन्न प्रकार के संस्कृती के लोग मिल कर रहे ते है।।हिंदुस्तान पूरे दुनिया के लिए अनेकता में एकता प्रदर्शन कर रहा है।।

समाज के लिए युवा पीढ़ी के कुछ ज़िम्मेदारियां:


*हमारे समाज में युवा पीढ़ी के लोग सब से अधिक है।।

*हमारी लापरवाही हमारी देश को देश के प्रगति को रोख सकती है।

*हमारी सोच और हमारी वृद्धि हमारे देश के विकास में काम आयेगी ।

*हमारी मेहनत और हमारी हुनर इस्तेमाल कर के हिंदुस्तान को दुनिया के सामने अभिवृद्धि देश साबित कर सकते।।

*लेकिन आज की युवा सिर्फ अपने मोबाइल फोन में ही
अपना पूरा दिन गुज़र रही है

*सोशल मीडिया,सोशल नेटवर्किंग के जरिए ही अपना समय और अपनी सोच विचार सब कुछ काम कर रही है।

*हमारी युवा को स्पोर्ट्स में अधिक श्रम करनी चाहिए।

*हमारी युवा को अधिक श्रम पढ़ाई में लगाना चाहिए।

* हमें दूसरी मदाथ करते रहे ।।और जिन्हें हमारी देश के लिए कुछ करना चाहते है  लोग की मदात करते रहे।

*बुजुर्ग के मादत करे।।जो लोग दूसरा पर निर्भर राह रे उनकी उपाधि में उनकी मादात करते रहे।।

* हम है तो समाज है।।समाज है तो हम है।।

*यह बात हमेशा याद रखना चाहिए।

सोशल नेटवर्किंग साइट्स को काम इस्तेमाल करे।

15से कम उम्र के बच्चों को फोन का इस्तेमाल करने ना दे।

अपनी मा बाप को अपने बच्चों का सोशल नेटवर्किंग के इस्तेमाल को रोकना चाहिए।।

सोशल नेटवर्किंग के जरिए बहुत सारे युवा अपना मानसिक संतुलन को दिए।

यह हमारे लिए अच्छी बात नहीं है।।हमें जितना हुआ उतना सोशल मीडिया से दूर रहे ।

15के काम बच्चों को ज्यद तर स्पोर्ट्स पे दिल लगाएं ।इसे से उनका मानसिक तनाव दूर होगा।।



Wednesday, April 15, 2020

ग्रामीण भारतीय प्रवास शहरों की तरफ।।

प्रवास(migration)


मानव प्रवास ::मानव एक स्थिति से दूसरे स्थिति अपन जीवन गुजरने के लिए अपना घर से या अपने गावं से या अपने देश से दूसरे तरफ जाने को मानव प्रवास कह थे है।।

2011 के हिसाब से मानव प्रवास मिलीयन में है

इंडिया में हर एक मिनट में 25-30लोग रुलर एरिया से अर्बन कि तरफ मानव प्रवास हो रहा है।

*मानव प्रवास इतनी तेज़ी से बड़ रहा ।।एक अध्ययन से मालूम हुआ कि 2030तक प्रवास के जन संख्या अर्बन प्रदेश में 600 मिलियन हो सकती



#मानव प्रवास बढ़ने के लिए बहुत कारण है।

*इंसान अपनी ज़िन्दगी को और बेहेतर बनाने के लिए प्रवास कर राह है।

*अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने।।

*अपने कारोबार में तराक़ी के लिए।

*अच्छी जीवन - खुशियों के लिए

*अच्छी देखभाल के लिए जैसे।। अर्बन प्रदेश में अच्छी हॉस्पिटल की उपलब्ध है।

*पर्यावरण प्रदूषण होना

*वातावरण असंथुलान के कारण

*प्रकृति हादसे होना

प्रवास से नुकसान::


प्रवास के कारण रुलर प्रदेश में जन संख्या कम होती जारही ह।
भाषा और संस्कृति में प्रदेश अनुसार नहीं मिल रहा है।
प्रवास से अर्बन प्रदेश में जन संख्या बहुत तेजी से बड़ रही है।।
इसकी कारण वहां प्रदूषण और जगह के समस्या हो रही है।।
**ट्रैफिक की समस्या बड़ रही है।।
वातावरण का संथुलान बिगड़ रहा है।।


प्रवास को रोकने के लिए रुलर प्रदेश में अच्छे स्कूल और हॉस्पिटल की स्थापना करनी चाहिए।

गांव में ही उनकी उपाधि दिलना चाहिए।

अगर मानव उपाधि मिल गए वह दूसरी जगह नहीं जागेगा।।


Sunday, April 12, 2020

कलौंजी खाने के 10 फायदे

कलौंजी खाने के फायदे::


कलौंजी एक ऐसे दावा जिसके अंदर मौत के सिवा सारी बीमारियो का इलाज है।।कलौंजी हर घर में रहेता है।।लेकिन सब को मालूम नहीं होता ।इसे खाने से अपने सेहेत में कितने बदलाव अजते है।।
कलौंजी सब के लिए बहुत ही फायदेमंध है।।


Daibates::


दाईबट्स से लिए कलौंजी बहुत ही फायदेमंद है।।कलौंजी का तेल हर सुबह ब्लैक टी के साथ खाली पेट पीने से ग्लाउस लेवल में कमी होगी।।इसे आपकी सुगर लेवल हमेशा नॉर्मल रहेगा।



ब्लड प्रेशर ::


कलौंजी का इस्तेमाल से आपके बो पी यानी ब्लड प्रेशर हमेशा कंटरल में रहेगा।। जिनकी बी पी हमेशा ज्यदा होती है।उनके लिए कलौंजी का कहना फायदेमंद होगा।


मेमोरी::


कलौंजी का बिंज खाने से इंसन का दिमाग तेज होता है।।इसे से उसकी मेमोरी पॉवर बड जाता है।।कलौंजी बहुत ही फायदेमंद है।।इसके इस्तेमाल से इतनी सारी फायदे है हम सोच बी नहीं सकते।।

अस्तमा::


अस्थमा पेशंट के लिए बहुत अच्छा है कलौंजी।।हर सुबह खाली पेट इसके सेवन करने से अस्थमा की शिकायत दूर होती है।।


गंजापन::


कलौंजी गंजेपन के लिए बहुत फायदा है।।कलौंजी का तेल और ऑलिव ऑइल और मेहंदी मिलकर गरम करके।।ठंडा होने के बाद लगने से ।।आपकी नए बाल आने शुरू हो जाएंगे।।हफ्ते में एक बार ज़रूर लगाके देखिए।।

सर्दी और ज़ुखाम:


कलौंजी के सेवन से सर्दी और जुखाम भी काम होता है।।जिन्हें सर्दी है ।उंन लोग की अगर हॉस्पिटल जाना पसंद नहीं है।।आप इसे एक बार ज़रूर आजमाए।।


किडनी प्रोब्लम::


जिनके किडनी में प्रोब्लम है उनके लिए बी कलौंजी सेवन अच्छा माना गया है।।


अनेमिया::


अनेमिया मतलब खून की कमी।।कलौंजी का सेवन रोज़ करने से आपका ब्लड में जो खराबी है। वह टीक होजये गा।।यह यहां बी साबित हुए की यह बड़ी में बल्लोड सर्कुलेशन अच्छे से करेगा।।

दंथ का दर्द


दांत का दर्द क इलाज बी कलोंजी से है।।कलौंजी कु गरम पानी में उबाल कर पीने से दांत दर्द से राहत पाया जाता है।

हार्ट प्रोब्लम


जिन्हें दिल की बीमारियों है ।उनके लिए कलौंजी बहुत फायदेमंद है।।कलौंजी का रोज़ इस्तेमाल से 60/ बीमारियों दूर हो जाएंगे

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण उपाय

पर्यावरण प्रदूषण

पर्यावरण में रसायन से या कोई बी हनी कारक हवा से होने वाली दोष को पर्यावरण प्रदूषण कहते है।।

आज कल पर्यावरण में बहुत सारी ऐसे पदर्ध मिलावट के कारण इतना प्रदूषण हो रहा है।।इस से इंसान या दुनिया में राहेने वाले हर जीव को नुक़सान हो रहा है।।
 
**पर्यावरण प्रदूषण से सही समय पर बारिश नहीं होती।
इसकी वजह किसान हमेशा नस्ट में रहे रा।इसकी वजेसे भारतीय अर्दिक व्यवास्ता से बहुत बारी हो जारही है

पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण उपाय।

**धुहा निकले वाली गाड़ी का इस्तेमाल काम करना चाहिए।

**इसके बदले साइसिल का इस्तेमाल करे।

**जितना हो सके अपनी आस पास लोग को अपने गाड़ी में बैतने शारिंग देना चाहिए।।

**कूड़ा- कचरा को पानी में ना डाले।इसे से जल प्रदूषण को रोक सकते है।

**जितने हो सके पेड - पौधे लगाना चाहिए।।

**कर्मघर से होने वाली प्रदूषण बहुत है ।।इंडस्टि्रयल कचरे को पानी में नहीं जाने देना

**Solar energy। का इस्तेमाल करे


भारतीय सरकार ने भारत को साफ रखने के लिए बहुत सरी योजयाने बनाए है
 इसपर अमल करने से बहुत सारे फायदे है

**हर घर में सोचलाय बना ना।।

*कचरे को डिब्बा में ही डालें

**सुका कचरा और कच्छा कचरा अलग अलग डिब्बे डालकर रखना।।

**हर एक इंसान अपने तरफ से एक पेड़ - पौधा लगाएं।।

**सोलर एनर्जी का इस्तेमाल करे।

**प्लास्टिक को इस्तेमाल ना करे।।

 हमारा पर्यावरण सहिं रहे गा।।थो हम सही रहेंगे।।

हमारी लापरवाही हमारे लिए हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए नुक़सान हो सकती।।
  इसलिए सब को मिलकर पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण करना चाहिए।।

Friday, April 10, 2020

भारत 10 घूमने के प्रमुख स्थान।।

ताज महल:

ताज महल उत्तरप्रदेश के आगरा में यमुना नदी के दक्षिण किनारे पे निर्मित है।
ताज महल को मुगल के बादशाह शाजाहन ने अपने बीवी मुमताज के लिए बनाया था।
उस जमाने में इस निर्माण के लिए 32 मिलियन रुपया कर्च हुए था।आज के ज़माने के हिसाब से इसकी खर्चा 700 बिलियन होगा।।
ताज महल को देखने के लिए दुनिया के कहीं जगह से लोग आते है।।

तj महल को मोहब्बत की निशानी रूप से वर्णन किया जाता है





केरला::


भारत के दक्षिण- पश्चिम सीमा पर अरब समुद्र के किनारे केरला है।।
केरला बहुत ही खूबसूरत जगह है।
केरला सितंबर महीने में जाना चाहिए।।
केरला चोटा द्वीप के जैसा देखने वाला खूबसूरत जगह है




चार मीनार::


तेलंगाना के प्रसिद्ध जगह हैदराबाद में चारमीनार है
चारमीनार को कुली क़ुतुब शाह ने बनाए ।
चारमीनार एक मजीद और मीनार के साथ है।
इसकी निर्माण बहुत ही खूबसूरत है।।




कश्मीर::


जम्मू - कश्मीर से ही भारत का राज्य शुरू होता है।।
जम्मू - कश्मीर बहुत ही खूबसूरत जगह है।।
यहां के पर्वत की खूबसूरती वरार्न बहुत मुश्किल है।
जो यहां जाके आए उस है मालूम होगा।।उसका नज़ारा।।
अपने छुट्टियां कश्मीर में घूम के मानना बहुत अच्छा अनुभूति देगा।।।


 मानली::


हिमाचल प्रदेश के कुल्लू नाम के जगह पर मनाली स्थान है।
मनाली एक ठंड वातावरण का जगह है।
गर्मी के मौसम में भी यहां का जगह बहुत तंडा रहता है।।
यह घूमने का प्रमुख स्थान है।।
दुनिया के हर जगह से यहां लोग छुट्टियां मनाने अथे है।




शिमला::


शिमला हिमाचल प्रदेश के रजदानी और बड़ा नगर है।
शिमला घूमने लिए अच्छी जगह है।।यहां का वातावरण बच्चे बड़े सब को पसंद था है।।
यहां का मौसम हमेशा तंडा रहेता है।
गर्मी के मौसम में बहुत अच्छा रहेगा।




दार्जिलिंग


दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल का रजदानी है।।
गर्मी के मौसम मार्च और अप्रैल में यहां घूमने जाने के लिए अच्छा है।
दार्जिलिंग में ब्रिटिश के जमने में ब्रिटेन से छुट्टियां माना ने  आया करते ते।
यहां दार्जिलिंग चाई(tea) बहुत फेमस है।
यहां का रेलवे साथ हिमलाया से जोड़ता है।।




गोवा::


गोवा भारत के राज्य का सब से चोटा और जनसंख्या के हिसाब से 4 स्थान पे है।
इसकी सुन्दरता इसकी समुद्र से जाना जाता है।
फैमिली के साथ गर्मी में घूमने के लिए गोवा अच्छा रहेगा


लाल खिला::


लाल खिला पुराने दिल्ली के स्थान पर है।इसके ऊपर के दीवार लाल रंग के रहने से इसे यह नाम दिया गया
लाल खिला को मुघल राज्य के राजा शाजाहन ने बनवाया है।




इंडिया गेट::


 न्यू दिल्ली के औपचारिक धुरी के किनारे रज पथ पर है
यह भारतीय सैनिक के स्मारक है।


















Wednesday, April 8, 2020

पर्यावरण प्रदूषण

प्रदूषण:

पर्यावरण प्रदूषण::
पर्यावरण में पर्यावरण को नास्ट करने वाले रसायन या पदर्द्द मिलने पर होने वाले दोष को पर्यावरण प्रदूषण कहते है।।

मानव जाती में पर्यावरण बहुत ही मूल्य है।।पर्यावरण से मानव की जाती है उसकी वृद्धि है। पर्यावरण प्रदूषण से सिर्फ मानव जाती है नहीं बल्कि पूरी दुनिया जितने भी जीव है उन सब को नुक्सान पहुंचत है।।पर्यावरण को शुद्ध रखना हमारी ज़िम्मेदारी बनती है।।पर्यावरण में वायु प्रदूषण,जल प्रदूषण,भूमि प्रदूषण,और ध्वनि प्रदूषण 4प्रकार के होते है।।


वायु प्रदूषण:

पर्यावरण में वायु होता है।।अगर वायु प्रदूषण होता है।।थो पर्यावरण प्रदूषण बी होगा।।वायु प्रदूषण कुछ कारण से होता है।।जैसे कि।।।

*कार,बस या कोई बी दुहा निकालने वाली गाड़ियों से वायु प्रदूषण होता है

*कार,बस से जो दुहा कार्बन मोनआक्साइड (corbon monoxide) , वा वायु प्रदूषण होता है।।

*कार्बन मनोआक्साइड हवा में फैलता है।।जो इंसान सांस के जरिए यह वायु ऑक्सिजन में मिलकर इंसान के अंदर जाता है ।।इसे से कहीं तरह के बीमारियां अथी है।।

*बड़े बड़े कर्मगर से निकालने वाली वायु भी वायु प्रदूषण करती है।





जल प्रदूषण::

स्वच्छ जल में रसायन भारी पदर्द मिलने पर जल प्रदूषण होता है।यह जल अगर कोई इंसान अपने लिए इस्तेमाल करता है।।थो वह रसायन अपनी शरीर के अंदर जाकर कई बीमारियों की वजह बनती है।।
* कबी कबी यह जल प्रदूषण बहुत ही ज़हरीला बंन जाता है।।
*नदिया और तालाब का पानी जल प्रदूषण से खराब होती है और उसकी सुंदरता खराब हो जाती है।



भूमि प्रदूषण:

बहुत जगह पर कुड-कचरा डालने से उसे से आने वाली रसायन से भूमि प्रदूषण होता है।।
*इस प्रदूषण से आने वाली परेशानी बहुत होती है।।


ध्वनि प्रदूषण:

कर,बस ,ट्रेन सभी प्रकार वाहनों से ध्वनि प्रदूषण होता है।।वाहनों से आने वाली ध्वनि पर्यावरण को प्रदूषित करता है।।इसे इंसन के सेहेथ पर असर होता है

*शादियों और कहीं प्रकार बंड- बजा से ध्वनि प्रदूषण होता है।।



हम सब को पर्यावरण प्रदूषण को रोखन है तू ।।हमें इन 4प्रदूषण को रोकने होगा।।

सब को समजना होगा ।।प्रदूषण ज्यदा होने से इंसान के सफलता में रूखवॉट हो सकता है।।






Thursday, April 2, 2020

मजदूर:: कहानी ज़िन्दगी की

मजदूर::

रमेश एक मजदूर है।।उसकी ज़िन्दगी रोज़ मजदूरी करने से गुज़र थी है।।उसके घर में उसकी बूढ़ी मां ।उसकी बीवी दो बच्चे है।।उसका दिन गुज़र ना बहुत कटीन है।।उसका चोटा सा चोपड़ी है।।

   हर दिन सुबह होते ही।।काम पे चला जाता है।।उसके घर से 5 किलो मीटर दूर पर एक जगह है।।वहां पर सब मजदूर खड़े होते है।।वहां जाके खड़ा होता है।।कबी कबी उसे काम नहीं मिलता ।।कबी कबी मिल जाता है।। रमेश पड़ा लिखा नहीं ता।।वह सोच ता रहेथा है।।उसने पढ़ाई नहीं की।।इसलिए वह ऐसे ज़िन्दगी गुज़र रहा है।।लेकिन वह अपने बच्चों को ज़रूर अच्छी शिक्षा पड़ये गा।।

       रमेश का दिन यहीं गर्मी में गुजर थी है।।सुबह से लेके शाम तक बस काम की तलाश में रहता है।।कबी कबी कुछ कता भी नहीं।।उसके हाथ पूरी तरह से चिले हुए ते।।जब वह काम करके जाता ता।थो उसे चोट लगने की वजह से ऐसा होगया था।।उसके पास चप्पल नहीं ते।।कुछ दिन पहले टूट गए ते।।उसके पास पैसे नहीं ते।।चप्पल लेने।।

     आज रमेश को कुछ भी काम नहीं मिला।।वह खाली ही वापस गया।।बहुत रात होगई थी।।रमेश के बच्चे सोगाए ते।।घर जाके पत्नी को बताया आज कुछ काम नहीं मिला।।पत्नी उसे खाना खाने को कहां ।।दोनों सोच ते हुए बैट गए आगे की ज़िन्दगी कैसे होगी।।।।

सपनों की उड़ान part2

सपनों की उड़ान part२

कल्पना की होसाला इतना बड़ा था कि वह अपने सपने में कमियांबी पा ली।।वीना ने अपनी तरफ से मदद करके उसकी सपना भी थोड़ा पूरा होगया था। कल्पना की पतशाला में बहुत सारी लड़के लड़कियां पढ़ाई होती है ।कल्पना ने उसी शहर के एक डाक्टर से शादी की।।

        कल्पना की स्कूल में अपने दिन गुज़र जाता था।।कल्पना का कहना ये ता।।अगर कोई भी काम बोझ समझ कर नहीं करना चाहिए।।उसे ज़िम्मेदारी समझ कर करो।।काम इतना आसान होता।जैसे हम अपनी ज़िन्दगी जी रहे है।।स्कूल के बच्चों को पढ़ाई के साथ दूसरे हुनर भी सिखाया करते ते।।


      वीना भी अपने काम से बहुत खुश थी।।वह रोज स्कूल आया करथी और अपनी तरफ से पूरी खोशिस करती ।।स्कूल में सब बेहतरीन होने का ।वक़्त गुज़र था गया।।स्कूल में गावं के नहीं बल्कि दूसरे गावों के बच्चे भी आया करते थे।।

सपना देखना ही नहीं उसे पूरा भी करना ज़रूरी है।।


Saturday, March 28, 2020

सपनों की उड़ान: part 1

कल्पना गवर्नमेंट कॉलेज में ग्रेजुएशन(graduation। कर रही है।।सपने थो बहुत है। कल्पना पढ़ाई और स्पोर्ट्स में बहुत अच्छी थी।।हमेशा अच्छे मार्क्स से पास हुआ कर्थी।एक दिन कल्पना के कॉलेज में एक नया एडमिशन हुआ।।वीना नाम की लड़की।।वह एक गांव से आए थी।कल्पना से अच्छी दोस्ती होगायी उसकी।। कॉलेज के आखरी दिन ते।।सब दोस्त अपने भविष्य के सोच विचार के बारे में बात करते हुए बैठे ते।।कल्पना की सोच एक अच्छा स्कूल लगाने का ता।।और वीन  भी अपनी सोच स्कूल के लेके ही थी।।

                    कल्पना शहर में जो वहां रहती है।।वहां स्कूल लगने  का ता।।और वीना अपने गावं में स्कूल लगन का सोच में थी।।कॉलेज होगया।।सब अपनी अपनी ज़िन्दगी में आगे बढ़ रहे ते।।कल्पना बी अपनी सोच से अलग होगयी थी।।कॉलेज के बाद उसके सपने अलग होगाए थे।।एक दम शहर की हवा लग गए थी।।एक दिन अपने कॉलेज के किसी दिन पुराने विद्यार्थी को बुलाया गया।।कल्पना भी वह गए।।उसे वह वीना मिली।।दोनों मिल के बहुत सारी बात करे।।उस दिन कापना और वीना के लिए अच्छा गुज़रा।।वीना ने बताया जैसा वोह स्कूल का सपना था।।वैसे ही आपने गावं में स्कूल बनाए।।और अच्छी तरह चल री।।कहने लगी।।वीना ने बताया ।।कबी अपने गावं अके स्कूल आने के कह रही थी।।


          कल्पना ने वीना के स्कूल गए।।वहां की हालत देख कर।।कल्पना के आंखों में आंसू निकल पड़े।।स्कूल बहुत चोटा था।।वहां कुछ भी सही नहीं था।।कल्पना ने सोच लिया वोह वीना की मदद ज़रूर करेगी।।उसने अपनी सोच विचार सब स्कूल के विकास मै लगाया।।अब दोनों मिल कर स्कूल चला रहे है।।कुछ मदद सरकार ने भी दी।।

Sunday, March 22, 2020

मेरे देश में cononavirus

आज मेरे देश में कर्फ्यू है।।
पूरा देश कर्फ्यू में हिस्सा ले रहा है।।

मेरे ज़िन्दगी के २५ साल गुजर गए।
लेकिन मैंने आजतक ऐसा कबी नहीं देखा।।

सब लोग घर में बंद है।।
बाहर जाने से सब डर रहे है।।

जो लोग अपने घर से दूर रह कर
विदेशो में नौकरी करने गए है।।बस दिन गिन्न रहे है

कब यह वायरस कताम होगा।।
वह अपने घर  जायेंगे।।
उनकी मा घर में दुआ कर रही है अपने औलाद के लिए।।
बस सब की दुआ जल्दी खूबुल होजाए ।।

एक वायरस जो हम बिना माइक्रोस्कोप के देख बी नहीं सकते ।।वह इतना लोगों को परेशान करके रखा है।।

इस वायरस सिर्फ मेरे देश को ही नहीं।।
पूरे दुनिया को परेशान कर रहा है।।

पूरी दुनिया इस वायरस से लड़ रही है।।
उम्मीद है ।बहुत जल्द हम इस वायरस से राहत पाएंगे।।